हिंदू गोकुलदास गर्ल्स डिग्री कॉलेज में कैंसर एवं एड्स जागरूकता दिवस का हुआ आयोजन

उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में आज 20 फरवरी 2025 को गोकुलदास हिंदू गर्ल्स डिग्री कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वितीय इकाई के द्वारा प्रधानाचार्य डिग्री कॉलेज की प्रोफेसर चारु मेहरोत्रा के निर्देशन में” कैंसर एवं एड्स जागरूकता दिवस “मनाया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य के के द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन करके हुआ। शिविर के प्रथम सत्र में स्वयं सेविकाओं द्वारा छोटी छोटी रूप में टोली बनाकर बस्ती के लोगों को कैंसर एवं एड्स के प्रति जागरूक किया गया। प्रधानाचार्य चारु मेहरोत्रा ने स्वयं सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा की कैंसर और एड्स दोनों ऐसी बीमारियां हैं जिनका नाम सुनते ही हर कोई डर जाता है आज भी लोगों के मन में यह ब्रह्मम है कि कैंसर हो या एड्स दोनों का ही इलाज संभव नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है कुछ प्रकार के कैंसर का इलाज संभव है। और कुछ अन्य प्रकार के कैंसर और एड्स का इलाज शुरू में पता चलने पर ठीक होने की संभावना है इसलिए हमें चाहिए कि हम अपने शरीर का समय-समय पर फुल चेकअप कराते रहे जिससे कैंसर और एड्स का प्रारंभिक अवस्था में ही पता चल सके तो उसका इलाज भी समय से संभव हो सके। यदि आपके शरीर में किसी भी हिस्से में दर्द हो और जो लगातार बना रहे एवम बिना कारण बना रहे या फिर लगातार वजन कम हो रहा हो या थकान महसूस हो रही हो तो भी हमें तुरंत चेकअप करा लेना चाहिए।शिविर की द्वितीय सत्र में परामर्शदाता एवं सामाजिक सेविका डॉक्टर बबीता गुप्ता ने बताया कि कैंसर और एड्स दोनों ही ऐसी बीमारियां हैं जिनको सुनकर मरीज के साथ-साथ परिवार की सदस्य भी तनाव में आ जाते हैं इसके लिए सबसे जरूरी है की वह इन बीमारियों से डरे नहीं बल्कि रोज योग और मेडिटेशन अपनी लाइफ का एक हिस्सा बनाने साथ ही साथ कुछ हास्य प्रोग्राम देखें और जो भी आपको सबसे ज्यादा पसंद है उसे करें। यह दोनों बीमारियां ऐसी नहीं है कि उनका इलाज ना हो सके इसीलिए प्रारंभ में पता लगते हैं तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे। साथ ही एक परामर्शदाता के पास जाकर उनसे परामर्श भी ले।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नीतू रस्तोगी ने स्वयं सेविकाओं एवं बस्ती के लोगों को बताया कि कैंसर एवं एड्स से डरने की जरूरत नहीं है साइंस में इतनी तरक्की कर ली है की यदि इसका पता पहले या दूसरे स्टेज पर चल जाता है तो इलाज संभव है। एड्स अछूत की बीमारी नहीं है। एड्स से बचने के लिए सावधानी रखनी चाहिए है। किसी का ब्लड लेने से पहले यह पता कर लेना चाहिए की वह एड्स का मरीज तो नहीं है और अनसेफ यौन संबंध भी नहीं बनाने चाहिए। डॉ नीतू रस्तोगी ने दोनों बीमारियों के लक्षणों एवं कारणों को बताया और सभी को इन बीमारियों के प्रति जागरूक किया।
सुबह की तीसरी सत्र में स्वयंसेविकाओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। जिसमें बाल श्रम पर नाटिका भांगड़ा कार्डियो एवं देश भक्ति गीत गए तथा नित्य से सभी का मन मोह लिया। स्वयंसेवी का नताशा द्वारा प्रस्तुत गीतों ने गोकुल सभागार में उपस्थित सभी लोगों की आंखों को नम कर दिया। प्रधानाचार्य
एवं अतिथि गण द्वारा 7 दिनों में कराई गई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया जिसमें गायन प्रतियोगिता में नताशा प्रथम सोनाली द्वितीय एवं मानवी तृतीय स्थान, नीति प्रतियोगिता में तीन एवं नुसरा प्रथम नताशा और नौशीन द्वितीय एवं मोहिनी प्रजापति तृतीय स्थान पर रही, सलाद सजावट में प्रथम लायबा द्वितीय गुलरोज आलम तृतीय इकरा स्थान पर पुरस्कार किया गया। साथी एनएसएस के सात दिवस में शिविर में सक्रिय प्रतिभाग करने वाली स्वयं सेवीकाओं को भी पुरस्कृत किया गया।
उप प्रधानाचार्य प्रोफेसर अंजना दास ने भी शिविर की सफलता पर स्वयं सेविकाओं को बधाइयां दी और कहा की हर दिन एक ऐसी टॉपिक को स्वयं सेविकाओं ने चुना जिस पर सबसे ज्यादा समाज में जागरूकता की जरूरत है उन्होंने कहा की हमें यहां रुकना नहीं है अपने कार्य को शिविर के समाप्त होने पर समाप्त नहीं कर देना है बल्कि उसे आगे बढ़ाना है।
मुख्य अनुशासिका प्रोफेसर कविता भटनागर जी ने भी स्वयं सेबिकाओं के कार्य की सरहाना की । कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन डॉक्टर शेफाली अग्रवाल ने किया शिविर में महाविद्यालय की प्रोफेसर अंशु सरीन प्रोफेसर किरन साहू प्रोफेसर अनुराधा सिंह प्रोफेसर किरण त्रिपाठी प्रोफेसर सीमा अग्रवाल प्रोफेसर सुधा सिंह प्रोफेसर वंदना पांडे प्रोफेसर आंचल गुप्ता प्रोफेसर सुदेश प्रोफेसर करुणानंद प्रोफेसर प्रवीण सैनी प्रोफेसर एकता भाटिया डॉ इंदु सिंह राजपूत डॉ रूपाली गुप्ता डॉ प्रीति पांडे डॉ सुनीति आदि सभी प्रवक्ताओं का पूर्ण सहयोग रहा। नौशीन प्रियंका रिया नमरा नुसरा मेहविश प्राची नताशा सोनाली शिवानी आदि स्वयं सेविकाओं ने बढ़ चढ़कर आदि प्रतिभाग किया गया