मंडल में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर जरूरी सुधारात्मक कार्यों में तेजी लाने के निर्देश।
कावड़ यात्रा के दौरान भी बेहतर रहे यातायात व्यवस्था, निर्धारित रूट प्लान सख्ती से लागू करने के निर्देश।
मंडलायुक्त मुरादाबाद मंडल मुरादाबाद श्री आञ्जनेय कुमार सिंह ने पुलिस उप महानिरीक्षक मुनिराज और जिलाधिकारी मुरादाबाद अनुज सिंह की उपस्थिति में मंडलायुक्त कार्यालय के सभागार में मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति से संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने मंडल में सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति, चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर कराए गए सुधारात्मक कार्य, सोलेशियम स्कीम के तहत दिए जाने वाली राहत धनराशि की स्थिति, सार्वजनिक सेवा यान से घटित दुर्घटनाओं में परिवहन विभाग द्वारा दिए जाने वाली सहायता धनराशि के लंबित मामले, सड़क सुरक्षा के मामलों में किए गए प्रवर्तन कार्य की जनपद वार समीक्षा, जिला विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठकों की स्थिति, ट्रैफिक जाम के कारण एवं निवारण के उपाय, ई-रिक्शा जोनिंग रेगुलेशन तथा कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर विस्तार पूर्वक समीक्षा की।
सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति की समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त ने पाया कि जनपद बिजनौर में सड़क दुर्घटना, मृतकों की संख्या एवं घायलों की संख्या में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की गई है, जिस पर मंडलायुक्त ने आरटीओ प्रवर्तन प्रणव झा को निर्देश दिए कि वे एनएचएआई एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बिजनौर के सर्वाधिक दुर्घटना प्रभावित मार्ग का निरीक्षण करके प्रभावी कदम उठाएं। उन्होंने मंडल के सभी जनपदों में एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी के मार्गों पर चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर अपेक्षित सुधारों के बारे में बैठक के दौरान समीक्षा की।
जनपद मुरादाबाद में 17, संभल में 03, अमरोहा में 18, रामपुर में 13 और बिजनौर में 12 ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित हैं। उन्होंने कहा कि बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने वाले, बिना सीट बेल्ट वाहन चलाने वाले, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करने वाले, नशे की हालत में वाहन चलाने वाले और गलत दिशा में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। श्रावण मास में कावड़ यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए उन्होंने पुलिस विभाग के यातायात के प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले में निर्धारित रूट प्लान को प्रभावी तरीके से लागू कराया जाए।