नया मुरादाबाद बनेगा व्यवसायिक गतिविधियों का केंद्र, ‘उद्यम विहार’ में होंगे पाँच सितारा होटल, हाई स्ट्रीट व सात अज़ूबों के दर्शन
मुरादाबाद MDA॰ ट्रांसपोर्ट नगर, देहरी मुस्तकम, मऊ व ढक्का-मझोला समेत कुल 12 योजनाएँ होंगी नगर निगम को हस्तांतरित
॰ ‘शिवालिक’ योजना के प्रथम चरण हेतु भूमि क्रय की दरें हुईं घोषित, डिडौरा-डीडौरी में सर्किल दर का चार गुना दिया जाएगा मुआवज़ा, नयी टाउनशिप का रास्ता हुआ साफ़
॰ प्राधिकरण का 2024-25 का बजट भी हुआ स्वीकृत, चार सालों में आय हुई चौगुनी, विकास कार्यों पर खर्च में भी बड़ा इजाफ़ा
॰ मुरादाबाद विकास क्षेत्र गढ़ मुक्तेश्वर तक होगा विस्तारित
॰ नया मुरादाबाद में स्थापित होगा नया पुलिस थाना
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की 135वीं बोर्ड बैठक मंगलवार को मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्राधिकरण स्थित ‘समागम’ सभागार में संपन्न हुई।प्राधिकरण बोर्ड द्वारा कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिये गये।
*प्रमुख निर्णय*
- नया मुरादाबाद के सेक्टर-2 में लगभग 30 एकड़ क्षेत्रफल की व्यावसायिक ‘उद्यम विहार’ योजना व 03 एकड़ के वेस्ट-टू-वंडर ‘भारत दर्शन/सात अज़ूबे पार्क’ की अनुमति
- प्राधिकरण द्वारा लगभग 03 दशक पूर्व विकसित ट्रांसपोर्टनगर योजना सहित, मऊ, सीतापुरी दससराय, देहरी मुस्तेहकाम, ढक्का-मझोला व प्रधानमंत्री आवास योजना समेत कुल 12 योजनाओं को नगर निगम को स्थानांतरित करने की मंज़ूरी
- डिडोरा/डिडोरी ग्रामों में ज़मीन ख़रीदने हेतु सर्किल दर की चार गुना मुआवज़े की स्वीकृति
- गजरौला विकास क्षेत्र को मुरादाबाद विकास क्षेत्र की सीमा से मिलाते हुए गढ़मुक्तेश्वर तक सीमा विस्तार का प्रस्ताव पास
- भविष्य में ट्रैफिक से बचने हेतु काँठ रोड से दिल्ली रोड को जोड़ने वाले निर्माणाधीन 24 मीटर मार्ग के दोनों ओर न्यूनतम 7.5 मीटर चौड़े सर्विस रोड का प्रावधान
- नया मुरादाबाद में एक नये थाने की स्थापना हेतु पुलिस विभाग को भूमि का आवंटन
- मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के वित्तीय वर्ष 2024-25 का बज़ट पास, प्राधिकरण की प्रस्तावित आय 484 करोड़ जोकि वर्ष 2021-22 की तुलना में लगभग 04 गुनी; विकास कार्यों पर प्राधिकरण करेगा लगभग 490 करोड़ का खर्च
- नया मुरादाबाद में प्राधिकरण के अविक्रीत ग्रुप हाउसिंग के भूखंडों की विक्रयशीलता बढ़ाने हेतु भूखंडीय तथा लो-राइज डेवलपमेंट की मिलेगी अनुमति। लगभग 180 करोड़ की परिसंपत्तियों का निस्तारण करेगा प्राधिकरण
बोर्ड के समक्ष प्रस्तावों का प्रस्तुतीकरण प्राधिकरण उपाध्यक्ष शैलेष कुमार ने किया जबकि बैठक का संचालन प्राधिकरण सचिव अंजूलता द्वारा किया गया। आगामी आम चुनावों को देखते हुए यह संभवतः अंतिम बोर्ड बैठक थी। उपाध्यक्ष द्वारा विस्तार से चर्चा करते हुए विगत बैठकों में लिये गये निर्णयों के अनुपालन से बोर्ड को अवगत कराया तथा बजट के माध्यम से आगामी वित्तीय वर्ष में प्रस्तावित परियोजनाओं का खाका खींचा। उपाध्यक्ष ने बताया कि नये वित्तीय वर्ष में ‘सह्याद्रि’ व ‘शिवालिक’ सहित प्राधिकरण की कई महत्त्वपूर्ण आवासीय व व्यावसायिक योजनाएँ लॉंच होंगी, जिससे प्राधिकरण की संपत्तियों से राजस्व में वृद्धि होगी। साथ ही नये मास्टर प्लान आने व मानचित्र पास करने की सुगमता से विकास शुल्क सहित अन्य शुल्कों की प्राप्ति भी होगी। इससे प्राधिकरण की आय बढ़ेगी। वहीं प्रस्तावित योजनाओं के विकास कार्यों व नगर के मास्टर प्लान मार्गों के निर्माण पर विशेष ज़ोर देते हुए अवस्थापना संबंधी कार्यों में व्यय बढ़ाया जाएगा। लैंड बैंक की स्थापना हेतु भी प्राधिकरण लगभग 350 करोड़ की धनराशि व्यय करेगा। नया मुरादाबाद नगरीय गतिविधियों का केंद्र बनेगा जिससे शहरवासियों को अनावश्यक जाम की समस्या से निजात मिलेगी तथा शहरवासियों को उनके मनमुताबिक आवासीय व रोज़गार सुविधाऐं भी प्राप्त होंगी।दूसरी और अवैध निर्माणों के विरुद्ध कार्रवाई अनवरत जारी रहेगी।
नया मुरादाबाद क्षेत्र में बसावट बढ़ने के साथ अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु पुलिस विभाग द्वारा लंबे समय से थाने हेतु भूमि की माँग की जा रही थी। नया थाना बनने से योजना के अंदरूनी क्षेत्र के निवासियों को भी सुरक्षा का एहसास होगा।
उद्यम विहार योजना में निवेशकों को लाने हेतु भारत दर्शन/सात अजूबे पार्क की स्थापना के साथ-साथ शीघ्र ही एक ‘इन्वेस्टर्स मीट’ का आयोजन किया जाएगा जिससे कि संभावित निवेशकों को बैंक ऋण के साथ साथ आसान शर्तों पर व्यवसायिक भूखंडों का विक्रय किया जाए। भारत दर्शन पार्क में वेस्ट मटेरियल से बने हुए विशालकाय स्मारक जैसे कि गेटवे ऑफ़ इंडिया, नालंदा विश्वविद्यालय, साँची स्तूप, क़ुतुब मीनार, हंपी रथ, हवा महल, लाल क़िला, मीनाक्षी मंदिर, कोणार्क सूर्य मंदिर आदि बनाये जाएँगे वहीं स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी, ऐफ़िल टावर, रोमन थिएटर, पीसा की मीनार जैसे साथ दुनिया भर के अजूबे भी लघु रूप में स्थापित किए जाएँगे।
निर्माणाधीन 24 मीटर रोड पर भविष्य में ट्रैफिक जाम की स्थिति ना बने इसके लिए उसके दोनों ओर आवास विकास तक 7.5 मीटर चौड़े सर्विस रोड हेतु प्रावधान किया गया है। रोड के किनारे पास होने वाले समस्त मानचित्र उक्त मार्गधिकार के साथ ही पास किए जाएँगे।
दिल्ली-बरेली मार्ग पर तेज़ी से हो रहे विकास को सुनियोजित करने हेतु गजरौला विकास क्षेत्र की सीमा विस्तार कर उसे मुरादाबाद विकास क्षेत्र की सीमा से गढ़ मुक्तेश्वर तक विस्तारित किया गया है। उल्लेखनीय है कि गजरौला 1995 में विकास क्षेत्र घोषित हुआ था जिसमें 22 ग्राम सम्मिलित थे। वर्तमान आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए 98 नये ग्रामों को विकास क्षेत्र में सम्मिलित करते हुए कुल 234 वर्ग किमी के क्षेत्र को शासन की मंज़ूरी मिलने पर विकास क्षेत्र घोषित किया जाएगा। उक्त क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-09 के दोनों ओर लगभग एक-एक किलोमीटर चौड़े क्षेत्र को सम्मिलित करते हुए तिगरी तीर्थ क्षेत्र को भी शामिल किया गया है जिससे उक्त क्षेत्र में विकास कार्यों को बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर बैठक की अध्यक्षता कर रहे मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने प्राधिकरण द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों की सराहना की गई। मंडलायुक्त ने सुनियोजित विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रवर्तन कार्य में सख़्ती बरतने के निर्देश दिये, साथ ही प्राधिकरण की कार्य प्रणाली को जन-मैत्रिक व पारदर्शी बनाये जाने पर ज़ोर दिया। नयी योजनाओं के लॉंच से न केवल ज़रूरतमंदों को उनकी आशानुरूप बसेरा मिलेगा वहीं प्राधिकरण की क्षमता बढ़ने से स्थानीय स्तर पर विकास कार्यों को बढ़ावा भी मिलेगा। मंडलायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया की प्राधिकरण यह सुनिश्चित करे कि नक्शा पास निजी डेवलपर किसी भी दशा में रेरा पंजीकरण के बिना योजनाएं संचालित न करें। योजना पास कराकर निर्माण कार्य में देरी करने वाले बिल्डरों पर भी शिकंजा कसा जाए। रेरा रजिस्ट्रेशन क्रमांक प्रोजेक्ट के इश्तहारों व होर्डिंगों पर अंकित कराएं। इसके अलावा मुरादाबाद व गजरौला में ‘किसान/शिल्पकार हाटों’ को प्राधिकरण द्वारा विकसित किया जाए जिस हेतु संबंधित जिलाधिकारी द्वारा भूमि प्राधिकरण को उपलब्ध कराई जाए।
बैठक में मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह सहित *उपाध्यक्ष शैलेष कुमार, *ज़िलाधिकारी अमरोहा राजेश कुमार त्यागी*, अपर जिलाधिकारी सत्यम मिश्र अपर नगर आयुक्त अतुल कुमार, सचिव अंजुलता, सहयुक्त नियोजक विवेक भास्कर, जल निगम, प्रमुख सचिव वित्त के प्रतिनिधियों सहित प्राधिकरण के तमाम अधिकारी मौजूद रहे। बोर्ड के सदस्य राजू कालरा व विकास जैन द्वारा भी बैठक में प्रतिभाग किया गया तथा प्राधिकरण की बदली कार्यप्रणाली पर हर्ष व्यक्त किया गया।
बैठक के अंत में प्राधिकरण सचिव अंजू लता द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।