मुरादाबाद प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में मिली 3 नयी टाउनशिपों की सौगात
1 • नगर में हर ओर होगा नवीन योजनाओं का विकास
2 • प्राधिकरण व निजी विकासकर्ता करेंगे निवेश की बारिश
3• प्राधिकरण की दिल्ली रोड पर मंगुपुरा-मनोहरपुर में 50 हेक्टेयर की आवासीय टाउनशिप, मिनी बाइपास पर लाकड़ी फ़ाजलपुर-मैनाठेर-चक फैजुल्लापुर में 130 हेक्टेयर की आवासीय सह औद्योगिक टाउनशिप के विकास को मिली मंज़ूरी, 1250 हेक्टेयर की शिवालिक योजना पर पहले से ही चल रहा है काम, सह्याद्रि योजना (सोनकपुर) भी चुनाव बाद होगी प्रारंभ
• निश्चय हाउसिंग की 53 एकड़ की नयी टाउनशिप का डीपीआर भी हुआ पास, दिल्ली रोड पर हॉलिडे रिजेंसी के सामने आयेगी आवासीय योजना, लगभग 150 करोड़ का निवेश निजी क्षेत्र से जुड़ने की उम्मीद
• प्राधिकरण बोर्ड द्वारा लगभग 90 करोड़ की 574 परिसंपत्तियों को ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर विक्रय करने की भी दी मंज़ूरी, दरें पुराने स्तर पर ही रहेंगी फ्रीज़
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गजरौला महायोजना भी लागू होने को प्राधिकरण बोर्ड का अनुमोदन, आज से ही लागू होगी महायोजना; मुरादाबाद महायोजना पर भी शासन के सुझावों पर निर्णय अंतिम- शीघ्र नोटिफाई होगा मास्टर प्लान
• अवस्थापना निधि से भी लगभग 46 करोड़ के विकास कार्यों को हरी झंडी- मास्टर प्लान रोडों, अंबेडकर पार्क में लाइब्रेरी-कम-किड्स ज़ोन, भारत दर्शन/सात अजूबे पार्क के विकास का अनुमोदन; शहर के मुख्य चौराहों (हनुमान मूर्ति तिराहा, काशीपुर तिराहा, बस स्टैंड, काँठ रोड हरथला, संभल फाटक, रामपुर ज़ीरो पॉइंट आदि) का कायाकल्प करेगा mda
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की 136वीं बोर्ड बैठक आज प्राधिकरण सभागार में सम्पन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त मुरादाबाद आंजनेय कुमार सिंह ने की।बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसलों पर बोर्ड द्वारा निर्णय लिए गए।प्राधिकरण की महत्वाकांक्षी मंगूपूरा-मनोहरपुर में लगभग 50 हेक्टेयर की प्रस्तावित आवासीय टाउनशिप तथा लाकड़ी फाजलपुर-चक फ़ैज़ुल्लापुर-मैनाठेर में लगभग 130 हेक्टेयर की आवासीय व औद्योगिक टाउनशिप को बोर्ड द्वारा मंज़ूरी दी गई। दोनों टाउनशिपों के डीपीआर का प्रस्तुतीकरण करते हुए प्राधिकरण उपाध्यक्ष शैलेष कुमार द्वारा अवगत कराया गया उक्त दोनों परियोजनाओं हेतु मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के अंतर्गत सीड कैपिटल की डिमांड हेतु लगभग 400 करोड़ की माँग शासन को प्रेषित की गई है।
निश्चय हाउसिंग द्वारा लगभग 150 करोड़ के निवेश से लगभग 53 एकड़ की दिल्ली रोड पर प्रस्तावित इंटीग्रेटेड टाउनशिप का डीपीआर बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया। टाउनशिप में प्रस्तावित विभिन्न प्रस्तावों पर गहन चर्चा व विश्लेषण के उपरांत हॉलिडे रिजेंसी होटल के सम्मुख प्रस्तावित योजना को प्राधिकरण बोर्ड द्वारा सर्वसम्मति से मंज़ूरी दी गई।
गजरौला महायोजना को भी शासन की मंज़ूरी मिल जाने के बाद बोर्ड द्वारा उसे तत्काल प्रभाव से लागू किए जाने की अनुमति भी दी गई है।
90 करोड़ क़ीमत की संपत्तियों को पहले आई पहले पाओ के सिद्धांत पर विक्रय हेतु भी प्राधिकरण बोर्ड द्वारा अनुमोदन दिया गया। ये लगभग 574 संपत्तियाँ प्राधिकरण की अरावली एनक्लेव मझोला ,अलकनंदा एनक्लेव ढक्का, विंध्यांचल एनक्लेव देहरी मुस्तहक़म, रामगंगा विहार द्वितीय , कबीर नगर फ़्रेंड्स अपार्टमेंट , नया मुरादाबाद योजना सेक्टर 15ए एवं 16 ए तथा कांशीराम नगर योजनाओं में स्थित हैं।
प्राधिकरण की अवस्थापना समिति की बैठक भी बोर्ड बैठक के उपरांत संपन्न हुई। बैठक में लगभग 46 करोड़ रुपये के अवस्थापना संबंधी कार्यों पर स्वीकृति प्रदान की गई। शहर में स्थित मुख्य चौराहों यथा हनुमान मूर्ति चौराहा, काशीपुर तिराहा, रामपुर रोड जीरो पॉइंट, रामपुर दोराहा, कांठ रोड हरथला आदि के उच्चीकरण एवं विकास हेतु प्रयोजन किया गया। साथ ही दो महायोजना मार्गों (नया मुरादाबाद को रिंग रोड से जोड़ने, टीडीआई सिटी को वेव मॉल से जोड़ने वाले) की भी मंज़ूरी दी गई। निर्माणाधीन अम्बेडकर पार्क के अवशेष कार्यों हेतु अतिरिक्त प्रावधान व सेकंड फेज में लाइब्रेरी कम किड्स जोन बनाये जाने हेतु बजट भी स्वीकृत हुआ।
एकता विहार नाले के अवशेष कार्यों हेतु भी 13 करोड़ रुपये की योजना को मंज़ूरी मिली है।
बोर्ड बैठक का संचालन प्राधिकरण सचिव अंजुलता द्वारा किया गया। विभिन्न प्रस्तावों पर प्रस्तुतीकरण उपाध्यक्ष शैलेष कुमार द्वारा किया गया। बोर्ड बैठक में ज़िलाधिकारी मुरादाबाद, अमरोहा के प्रतिनिधि, अपर नगर आयुक्त अतुल कुमार, सहयुक्त नियोजक विवेक भास्कर, वित्त विभाग, जल निगम के अधिकारीगण मौजूद रहे। प्राधिकरण बोर्ड के सदस्यों राजू कालरा व विकास जैन द्वारा भी बैठक में प्रतिभाग करते हुए प्राधिकरण के कार्यों की भूरि -भूरि प्रशंसा की। उल्लेखनीय है कि यह वर्तमान वित्तीय वर्ष में प्राधिकरण की 05वीं बोर्ड बैठक थी। बोर्ड अध्यक्ष मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में प्राधिकरण स्तर पर प्राप्त की जा रही उपलब्धियों की प्रशंसा की गई। गजरौला महायोजना लगभग तीन दशक बाद लागू होने पर नगरवासियों व प्राधिकरण टीम की सराहना भी की तथा सोशल मीडिया के माध्यम से प्राधिकरण की योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार का निर्देश भी दिया।