उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहां है कि जो भी आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड धारक हॉस्पिटल में अपना आयुष्मान कार्ड से इलाज करने जाएं तत्काल उस मरिज का आयुष्मान कार्ड से इलाज किया जाये लेकिन आपको बता दे मुरादाबाद के मॉडर्न हॉस्पिटल में एक ऐसा ही मामला सामने आया मॉडर्न हॉस्पिटल में एक मरीज जो बारादरी का रहने वाला है
जिसका नाम अजीमुश्शान है इसके परिजन 2 /5/2024 में, मॉडर्न हॉस्पिटल में आयुष्मान के अंतर्गत भर्ती किया लेकिन उनसे इमरजेंसी के नाम पर ₹1000 का पर्चा बनवाया गया लेकिन पर्चे की पैसे की रसीद नहीं दी गई उसके बाद 1950 रुपए की खून की जांच की गई उसका भी बिल नहीं दिया गया जब परिजनों ने दो दिन के बाद मरीज का सुधार होते नहीं देखा तो 4 माई शाम 7:00 बजे जब डॉक्टर अमीर आलम से कहा कि परिजनों ने डॉक्टर साहब हमारे मरीज को रेफर कर दीजिए मॉडर्न हॉस्पिटल के डॉक्टर अमीर आलम ने परिजनों से कैंश की डिमांड की लेकिन मरीज के परिजनों ने कहा कि इलाज तो आयुष्मान से हो रहा है
तो आप कैंश क्यों मांग रहे हैं इस पर डॉक्टर अमीर आलम ने कहा कि हम इतना बड़ा सेटअप लेकर बैठे हैं फ्री में कोई इलाज करेंगे डां अमीर आलम ने मरीज के परिजनों को धमकाने की कोशिश की और डॉक्टर साहब ने मॉडर्न स्कूल दिल्ली रोड मैं जो एक कार्यक्रम हुआ था एसपी सिटी साहब का फोटो दिखाने लगे और कहा हमारे एसपी सिटी साहब से बहुत अच्छे संबंध है इस पर परिजनों ने कहा कि सर आपके किसी से भी संबंध है हमें इससे क्या लेना देना हम तो अपने मरीज को ठीक करने के लिए आए हैं जिस पर डॉक्टर अमीर आलम ने कहा कि कोई भी व्यक्ति हमारी कंप्लेंट कर देता था अब हमारा पुलिस का सपोर्ट है इसलिए हमें पुलिस से संबंध बनाने पड़े और उन्होंने बताया कि मानक पूरा करने के लिए हमें सारे विभागों से एनओसी मिल नहीं रही थी
इसलिए हमने कमिश्नर साहब का भी सहारा लेना पड़ा और विभागों ने एनओसी घर बैठे दे दी मरीज के तीमारदारों ने कहा कि सर हमें इन बातों से कोई साहूकार नहीं आप तो हमारे मरीज को रेफर कर दीजिए जिससे हम दूसरे अस्पताल में अपने मरीज का अच्छा इलाज करा सकें और डॉक्टर अमीर आलम ने एक बात ना सुनी और हम उनके आगे गिरगड़ाते रहे गये लेकिन उनका दिल नहीं पसीसा जब परिजनों ने देखा कि अब कोई बात नहीं बनेगी तो इस वक्त मुरादाबाद डीएम साहब को फोन किया फोन डीएम साहब के पी आर ओ ने उठाया उन्होंने मामले को संज्ञान लिया और सीएमओ मुरादाबाद को अवगत कराया 1 मिनट के बाद में मैरिज अजीमुश्शान के तीमारदारों के पास फोन पहुंचा उन्होंने आपबीती बताई सीएमओ साहब ने तत्काल संज्ञान लेते हुए आयुष्मान कार्ड से पेमेंट कराई लेकिन मॉडर्न हॉस्पिटल के स्टाफ जब रेफर कर रहे थे उनकी तरफ से दो घंटे मरीज को एंबुलेंस में ही पड़ा रहने दिया जिससे परिजन भी बड़े निराश हुई जब बाद में ओरिजिनल पेपर की मांग की गई तो उन्होंने फोटो स्टेट करा कर हॉस्पिटल का रूल बताया इस पर परिजन बड़े नदारत हुए और सीएमओ साहब को फोन मिला दिया जिस पर सीएमओ साहब ने तत्काल संज्ञान लेते हुए ओरिजिनल पेपर और खून की रिपोर्ट अस्पताल के द्वारा की गई लेकिन जब मरीज के परिजनों ने इमरजेंसी पर्चे की ₹1000 की रसीद पर्ची मांगी तो उन्होंने मॉडर्न हॉस्पिटल वालों ने न देने का अपना रूल बताया और उन्होंने 1950 रुपए की खून की रिपोर्ट का बिल मांगा तो उन्होंने वह भी हॉस्पिटल का रूल बताते हुए बिल न देने को रूल बता दिया परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनके मरीज को बहुत आशुविदा होने मॉडर्न हॉस्पिटल के स्टाफ ने कई घंटे एंबुलेंस में मैरिज को रखने हेतु दुभ्रव्यवहार किया और
परिजनों ने बताया आईसीयू में जब हमने देखा तो आईसीयू का लॉक लगाकर बंद कर देते हैं ऐसा लगता है कि जैसे किसी कैदी को ट्रीटमेंट किया जा रहा है परिजनों ने कहा कि मॉडर्न हॉस्पिटल पर पर कड़ी से कड़ी कार्यवाई होनी चाहिए जब हमारी टीम परिजनों से बात की तो उन्होंने कहा कि मॉडर्न हॉस्पिटल पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई सीएमओ साहब करें जिससे और अस्पताल मरीजों का अच्छा इलाज कर सके अब देखना है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी मॉडर्न हॉस्पिटल पर क्या कार्यवाई करते हैं